त्रय्यारुणि त्रिधन्वा के पुत्र तथा सत्यव्रत के पिता थे।[1][2]
- विष्णुपुराण के अनुसार त्रय्यारुणि के पुत्र सत्यव्रत की बुद्धि खोटी थी, अत: उसने दूसरे की पत्नी का अपहरण कर लिया था, जिससे रुष्ट होकर राजा त्रय्यारुणि ने उसका त्याग कर दिया था।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ब्रह्माण्डपुराण 3.63.76; मत्स्यपुराण 12.37, विष्णुपुराण 4.3.20-1
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 205 |