अघ हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत और मान्यताओं के अनुसार श्रीकृष्ण के मामा और मथुरा नरेश कंस के सेनापति थे।
- अघ 'अघासुर' नाम से विख्यात है। वह वेश बदलने में दक्ष तो था ही, तथा बड़ा शूरवीर और मायावी भी था।
- कंस ने कृष्ण को हानि पहुँचाने के लिए बकासुर के पश्चात् अघासुर को भेजा था।
- कृष्ण, उनके साथियों तथा पशुओं को मारने के पश्चात् अघ वृन्दावन गया था।
- अघ के मुख को भू-भाग समझ कर सब ग्वालवाल उसके मुख में प्रवेश कर गये थे।
- श्रीकृष्ण ने अघ का गला रोध दिया और उसका वध किया।
- श्रीकृष्ण द्वारा वध किये जाने से उसे मोक्ष प्राप्त हुआ।
- इन्हें भी देखें: अघासुर वध
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 10 |
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