गांदिनी का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। ये अक्रूर की माता तथा काशीराज की पुत्री थीं।[1]
- यह बारह वर्ष तक अपनी माता के गर्भ में रहने के पश्चात् उत्पन्न हुईं थीं।
- जब ये गर्भ में थीं तब इनके माता-पिता नित्य एक गौ दान करते थे।
- ये स्वंय भी नित्य एक गाय दान करती थीं।
- इनका विवाह श्वफल्क के साथ हुआ था।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 151 |
संबंधित लेख
|