भवदा का उल्लेख हिंदू पौराणिक महाकाव्य महाभारत के शल्य पर्व[1] में हुआ है। ये कार्तिकेय स्वामी की अनुचरी एक मातृका का नाम था।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 372 |