अप्सु जाता नामक एक मातृका का उल्लेख पौराणिक महाकाव्य 'महाभारत' के शल्यपर्व के अंतर्गत गदापर्व में मिलता है। यह शत्रुओं का संहार करने वाली तथा कुमार कार्तिकेय की अनुचरी मातृका हैं।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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अप्सु जाता नामक एक मातृका का उल्लेख पौराणिक महाकाव्य 'महाभारत' के शल्यपर्व के अंतर्गत गदापर्व में मिलता है। यह शत्रुओं का संहार करने वाली तथा कुमार कार्तिकेय की अनुचरी मातृका हैं।[1]
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