शतरूपा विश्व की प्रथम स्त्री तथा स्वयंभुव मनु की पत्नी थी। इनका जन्म ब्रह्मा के वामांग से हुआ था।[1] इन्हें प्रियव्रात, उत्तानपाद आदि सात पुत्र और तीन कन्याएँ हुई थीं।
- 'सुखसागर' के अनुसार सृष्टि की वृद्धि के लिये ब्रह्मा ने अपने शरीर को दो भागों में बाँट लिया, जिनके नाम 'का' और 'या' (काया) हुए। उन्हीं दो भागों में से एक भाग से पुरुष तथा दूसरे भाग से स्त्री की उत्पत्ति हुई। पुरुष का नाम स्वयंभुव मनु और स्त्री का नाम शतरूपा था।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ब्रह्मांडपुराण 2-1-57