चित्रघ्नी नाम की एक नदी का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ 'हरिवंश पुराण' में हुआ है, जहाँ इसे पश्चिम दिशा का आश्रय लेकर बहने वाली नदी कहा गया है।[1]
चित्रघ्नी नाम की एक नदी का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ 'हरिवंश पुराण' में हुआ है, जहाँ इसे पश्चिम दिशा का आश्रय लेकर बहने वाली नदी कहा गया है।[1]