विशाखयूप एक प्राचीन वन था, जो बदरीनाथ के पास हिमालय के क्रोड में स्थित था-
'तस्मिन् गिरौ प्रस्रवणोपपन्नहिमोत्तरीयारुणपांडुसानौ, विशाखयूपं समुपेत्य चक्रुस्तदानिवासं पुरुष प्रवीरा:।'[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत, वनपर्व 177,16
- ↑ वनपर्व 177,15
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 862 |