वारिषेण नामक एक प्राचीन स्थान का उल्लेख महाभारत, सभापर्व[1] में हुआ है।
- यहाँ के निवासी युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ में उपायन लेकर उपस्थित हुए थे।
- वारिषेण का अभिज्ञान वर्तमान 'बारीसाल' (पूर्व बंगाल, पाकिस्तान) से किया गया है।[2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ सभापर्व 52
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 845 |