लोहतगंगा ब्रह्मपुत्र तथा लौहित्य नदी को कहा गया है, जो प्राग्ज्योतिषपुर[1] के निकट बहती है।[2]
- महाभारत, सभा पर्व[3] में नरकासुर वध के प्रसंग में इस नदी का नामोल्लेख है-
'मध्ये लोहितगंगायां भगवान देवकीसुत: औदकायां विरूपाक्षं जघान भरतर्षभ।'
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ गोहाटी, असम
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 824 |
- ↑ सभा पर्व 38