वेदस्मृति अथवा वेदस्मृता नामक एक प्राचीन नदी का उल्लेख महाभारत, भीष्मपर्व में हुआ है-
'वेदस्मृतां वेदवतीं त्रिदिवामिक्षुलां कृमिम्।'[1]
- इस नदी का अभिज्ञान अनिश्चित है, किंतु वेदस्मृति नामक किसी नदी को 'विष्णुपुराण' [2] में परियात्र (विंध्य) से निस्तृत बताया गया है-
'वेदस्मृतिमुखाद्याः श्च पारियात्रोद्भवामुने।'
- इन्हें भी देखें: वेदस्मृता नदी