भास्कर

भास्कर का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है, जिसके अनुसार यह सूर्य का एक नाम है।[1] ये दिन तथा समय के सृष्टिकर्त्ता, एक संवत्सर हैं।[2] इन्हें रावण ने परास्त किया था।[3] सूर्य मंडल का क्षेत्रफल 9000 योजन कहा गया है, जो चंद्र-मंडल का द्विगुण है।[4] इनका एक नाम द्वादशात्मा भी है।[5][6]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. मत्स्य पुराण 11.10;93.13; वायुपुराण 31.35,37; विष्णु पुराण 2.8.2;6.7.3.20
  2. ब्रह्मापुराण 2.13.124;21.6
  3. ब्रह्मापुराण 3.5.79; 7.254; 4.9.35
  4. वायु पुराण 50.61.63
  5. वायुपुराण 53.42
  6. पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 376 |

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