पारिजात हिन्दू मान्यताओं और पौराणिक महाकाव्य महाभारत के उल्लेखानुसार एक कल्पवृक्ष था, जो इन्द्र के नन्दनवन का देव वृक्ष और जो स्वर्गलोक का भूषण था।
- पारिजात समुद्र से निकले 14 रत्नों में से एक है, जिसे देवताओं की सम्मति से इन्द्र देव को दिया गया था।
- भगवान श्रीकृष्ण इन्द्र से बलपूर्वक इसे लाये थे।