ईशानध्युषित तीर्थ पंजाब के उत्तरी पर्वतों में स्थित रहा होगा। महाभारत वन पर्व[1] में ईशानध्युषित तीर्थ को सौगंधिक वन कहा गया है और इसे सरस्वती नदी के उद्गम से 6 शम्यानिपात[2] पर बताया गया है-
- 'ईशानाध्युषितां नाम तत्र तीर्थ सुदुर्लभम् षट्सुशम्यानिपातेषु वल्मीकादिति निश्चय:'।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ वन पर्व महाभारत 84, 9
- ↑ प्राय: आधा मील