पुलह ब्रह्मा के मानस पुत्र एक ऋषि थे।[1] विश्व के सोलह प्रजापतियों में पुलह ऋषि का भी नाम आता है।
- पुलह ब्रह्मा जी के मानस पुत्र माने जाते हैं। इनके जीवन का मुख्य लक्ष्य 'जगत को अधिकाधिक सुख, शान्ति व समृद्धि दिलाना' है।
- ब्रह्मा ने इन्हें सृष्टि की वृद्धि करने के लिए विवाह करने के लिए कहा। इन्होंने आदेश का पालन करते हुए महर्षि कर्दम की पुत्रियों तथा दक्ष प्रजापति की पाँच बेटियों से विवाह रचाए। उनसे सतानें पैदा कीं। इनकी संतानें अनेक योनि व जातियों की हैं।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 72 |
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