प्रमतक नामक एक ऋषि का उल्लेख पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। महाभारत आदि पर्व के अनुसार 'प्रमतक ऋषि' जनमेजय के सर्पयज्ञ के सदस्य भी थे।[1][2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत आदि पर्व अध्याय 53 श्लोक 1-26
- ↑ महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस.पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 74 |
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