कर्दम | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- कर्दम (बहुविकल्पी) |
कर्दम हिन्दू पौराणिक मान्यताओं और महाभारत के अनुसार ब्रह्मा की सभा के एक ऋषि थे, जो विष्णु के मानस पुत्र, विरजा के पौत्र तथा कीर्तिमान के पुत्र थे।[1]
- ब्रह्मा जी ने उन्हें प्रजा में वृद्धि करने की आज्ञा दी। उनके आदेश का पालन करने के लिये कर्दम ऋषि ने स्वयंभुव मनु के द्वितीय कन्या देवहूति से विवाह कर नौ कन्याओं तथा एक पुत्र की उत्पत्ति की।
- कर्दम ऋषि की कन्याओं के नाम कला, अनुसूया, श्रद्धा, हविर्भू, गति, क्रिया, ख्याति, अरुन्धती और शान्ति थे तथा पुत्र का नाम कपिल था।
- इनकी पुत्री शान्ति को 'चित्ति' नाम से भी जाना जाता था।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 31 |
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