सूरसागर दशम स्कन्ध राग आसावरी माई कृष्णनाम जब तै स्रवन सुन्यौ है री, तब तै भूली री भौन बावरी सी भई री। भरि भरि आवै नैन, चित न रहत चैन, बैन नहि सूधौ दसा औरहि ह्वै गई री।। कौन माता, कौन पिता, कौन भैनी, कौन भ्राता, कौन ज्ञान कौन ध्यान, मनमथ हई री। 'सूर' स्याम जब तै परे री मेरी डीठि, वाम, काम, धाम, लोकलाजु कुलकानि नई री।।1896।। संबंधित लेख देखें • वार्ता • बदलेंसूरसागरप्रथम स्कंध मंगलाचरण • सगुणोपासना • भक्त-वत्सलता • माया-वर्णन • अविद्या-वर्णन • तृष्णा-वर्णन • नाम-महिमा • विनती • श्रीभागवत-प्रसंग • भागवत वर्णन • श्रीशुक-जन्म-कथा • श्रीभागवत के वक्ता-श्रोता • सूत-शौनक संवाद • व्यास-अवतार • श्रीभागवत-अवतरण का कारण • नाम-माहात्म्य • बिदुर-गृह भगवान-भोजन • भगवान-दुर्योधन-संवाद • द्रौपदी-सहाय • पांडव-राज्याभिषेक • भीष्मोपदेश, युधिष्ठिर प्रति • महाभारत में भगवान की भक्तवत्सलता का प्रसंग • अर्जुन-दुर्योधन का कृष्ण-गृह-गमन • दुर्योधन-वचन, भीष्म-प्रति • भीष्म-प्रतिज्ञा • अर्जुन के प्रति भगवान के वचन • भगवान का चक्र-धारण • अर्जुन और भीष्म का संवाद • भीष्म का देह-त्याग • भगवान का द्वारिका-गमन • कुंती-विनय • राजा धृतराष्ट्र का वैराग्य तथा वन-गमन • हरि-वियोग, पांडव-राज्य-त्याग, उत्तर-गमन • अर्जुन का द्वारिका जाना और शोक-समाचार लाना • गर्भ में परीक्षित की रक्षा तथा उनका जन्म • परीक्षित-कथा • मन-प्रबोध • चित-बुद्धि-संवादद्वितीय स्कंध नाम-महिमा • अनन्य भक्ति की महिमा • हरिविमुख-निंदा • सत्संग-महिमा • भक्ति-साधन • वैराग्य-वर्णन • आत्मज्ञान • विराट-रूप-वर्णन • आरती • नृप-विचार • श्रीशुकदेव के प्रति परीक्षित-वचन • शुकदेव-कथित नारद-ब्रह्मा-संवाद • चतुर्विंशति-अवतार वर्णन, ब्रह्मा-वचन नारद के प्रति • ब्रह्मा की उत्पत्ति • चतु:श्लोक श्रीमुख-वाक्यतृतीय स्कंध श्रीशुक-वचन • उद्धव का पश्चात्ताप • मैत्रेय-विदुर-संवाद • विदुर-जन्म • सनकादिक अवतार • रुद्र-उत्पत्ति • सप्तऋषि, दक्ष प्रजापति तथा स्वायंभुव मनु की उत्पत्ति • सुर-असुर-उत्पत्ति • वाराह-अवतार • जय-विजय की कथा • कपिलदेव अवतार तथा कर्दम का शरीर-त्याग • देवहूति-कपिल-संवाद • भक्ति-विषयक प्रश्नोत्तर • भगवान का ध्यान • चतुर्विध भक्ति • हरिविमुख की निंदा • भक्त-महिमाचतुर्थ स्कंध दत्तात्रेय-अवतार • यज्ञपुरुष-अवतार • यज्ञपुरुष-अवतार (संक्षिप्त) • पार्वती-विवाह • ध्रुव-कथा • संक्षिप्त ध्रुव-कथा • पृथु अवतार • पुरंजन-कथापंचम स्कंध ऋषभदेव अवतार • जड़भरत-कथा • जड़भरत-रहूगण-संवादषष्ठ स्कंध परीक्षित-प्रश्न • श्रीशुक-उत्तर • अजामिलोद्धार • श्रीगुरु-महिमा • सदाचार-शिक्षा (नहुष की कथा) • इंद्र-अहल्या-कथासप्तम स्कंध श्रीनृसिंह अवतार • भगवान का श्रीशिव को साहाय्य प्रदान • नारद-उत्पत्ति-कथाअष्टम स्कंध गज-मोचन-अवतार • कूर्म-अवतार • सुंद-उपसुंद-वध • वामन-अवतार • मत्स्य अवतारनवम स्कंध राजा पुरुरवा का वैराग्य • च्यवन ऋषि की कथा • हलधर-विवाह • राजा अंबरीष की कथा • सौभरि ऋषि की कथा • श्रीगंगा-आगमन • श्रीगंगा-विष्णु-पादोदक स्तुति • परशुराम अवतार • रामावतार • श्रीराम-जन्म (बालकांड) • अयोध्या कांड • अरण्य कांड • किष्किंधा कांड • सुंदर कांड • लंका कांडदशम स्कंध पूर्वार्ध पूतना-वध • श्रीधर-अंग-भंग • कागासुर-वध • सकटासुर-वध • तृणावर्त-वध • नामकरण • अन्नप्राशन • वर्षगाँठ • घुटुरुवों चलना • पाँवों चलना • बाल-छवि-वर्णन • कनछेदन • चंद्र-प्रस्ताव • कलेवा-वर्णन • क्रीड़न • पाँड़े-आगमन • माटी-भक्षण-प्रसंग • शालिग्राम-प्रसंग • प्रथम माखन-चोरी • उलूखल-बंधन • यमलार्जुन-उद्धार की दूसरी कथा • गो-दोहन • वृंदावन-प्रस्थान • गो-चारण • बकासुर-वध • अघासुर-वध • ब्रह्मा-बालक-वत्स-हरण • बाल वत्स-हरण की दूसरी लीला • धेनुक-वध • कालीदह-जल-पान • ब्रज-प्रवेश-शोभा • कमल-पुष्प मँगाना, काली-दमन लीला • दावानल-पान लीला • प्रलंब-वध • मुरली-स्तुति • गोपिका-वचन • श्रीराधा-कृष्ण मिलाप • सुख-विलास • गृह-गमन • राधिकाजी का यशोदा-गृह गमन • राधा-गृह-गमन • राधिका का पुनरागमन • चीर-हरन-लीला • दूसरी चीर-हरन-लीला • यज्ञ-पत्नी-लीला • यज्ञ-पत्नी-वचन • गोवर्धन-पूजा तथा गोवर्धन-धारण • गिरिधारण-लीला • गोवर्धन की दूसरी लीला • गोपादि की बातचीत • अमर-स्तुति तथा कृष्णाभिषेक • इंद्र-शरणागमन • वरुण से नंद को छुड़ाना • रास-पंचाध्यायी आरंभ • श्रीकृष्ण-विवाह-वर्णन • श्रीकृष्ण का अंतर्धान होना • गोपी-गीत • रास-नृत्य तथा जल-क्रीड़ा • विद्याधर-शाप-मोचन • वृंदावन-विहार • शंखचूड़-वध • श्रीकृष्ण-ज्योनार • गोपी-वचन, मुरली के प्रति • मुरली-वचन, गोपियों के प्रति • गोपी-वचन, परस्पर • श्रीकृष्ण का व्रजागमन • बृषाभाषुर-वध • केशी-वध • व्योमासुर-वध • पनघट-लीला • दान-लीला • ग्रीष्म-लीला • यमुनागमन-युगलसमागम • लघु-मानलीला • नैन समय के पद • आँख समय के पद • मानलीला और दंपति विहार • खंडिता प्रकरण • राधा का मान • राधाजी का मध्यम मान • सुखमा गृहागमन • सुखमा के घर सखियों का आगमन • वृंदा-गृह-गमन • वृंदा के धाम से प्रमुदा के धामगमन • बड़ी मानलीला • दूसरी गुरु मानलीला • झूलन • बसंत लीला • अक्रूर-ब्रज-आगमन • गोपिकाओं की उद्विग्नता • यशोदा वचन श्रीकृष्ण के प्रति • नंदवचन, यशोदा के प्रति • गोपिका वचन, परस्पर • यशोदा विलाप • कृष्ण वचन नंद के प्रति • अक्रूर-कृत-श्रीकृष्ण-स्तुति • अक्रूर पत्यागमन • श्रीकृष्ण का मथुरा आगमन • रजक वध • धनुष-भंगलीला • कुवलया वध • हस्ती वध (संक्षिप्त) • श्रीकृष्ण वचन मल्लों के प्रति • वसुदेव दर्शन • यज्ञोपवीत उत्सव • नंद बिदाई • नंदब्रजागमन • सखीवचन; यशोदाविलाप ब्रजवासीवचन, आगत ग्वाल-वचन; गोपीजन • ब्रजदसा • परस्पर नंद-यशोदा-वचन • पंथीवचन, देवकी के प्रति • गोपी-विरह-वर्णन • स्वप्नदर्शन • चन्द्रोपालंंभ • उद्धव-व्रज-आगमन • स्याम रंग पर तर्क • यशोदा जी का संदेश • उद्धव आगमन, भ्रमरगीत संक्षेप • उद्धव प्रत्यागमन • श्रीकृष्ण का अक्रूर-गृह-गमन • श्रीकृष्ण का अक्रूर-गृह-गमन उत्तरार्द्ध कालयवनदहन • द्वारिका प्रवेश • द्वारिका शोभा • रुक्मिणी-पत्नि की-प्राप्ति • रुक्मिणी विवाह की दूसरी लीला • प्रद्युम्न-जन्म • प्रद्युम्न-जन्म • जांबंवती और सत्यभामा का विवाह • शतधन्वा वध • पंच पटरानी विवाह • भौमासुर वध तथा कल्पवृक्ष आनयन • रुक्मिणी परीक्षा • प्रद्युम्नविवाह • अनिरुद्धविवाह • नृग राजा का विवाह • श्री बलभद्र का ब्रज आगमन • पौंड्रकवध • सुदक्षिणावध • द्विविदवध • सांब विवाह • नारदसंशय • जरासंध वध • राजाओं की प्रार्थना • पांडव यज्ञ, शिशुपालगति • पांडव सभा, दुर्योधन का क्रोध • शाल्ववध • दंतवक वध • सुदामाचरित्र • संक्षिप्त सुदामाचरित्र • पथिक के प्रति ब्रजनारी वाक्य • कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्ण, यशोमति, गोपीमिलन • रुक्मिनीवचन श्रीकृष्ण के प्रति • श्रीकृष्ण का कुरुक्षेत्र आगमन • राधिका वचन सखी प्रति • श्रीकृष्ण के प्रति गोपी संदेश • कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्ण मिलन • रुक्मिनी का प्रश्न • रुक्मिनी का प्रश्न • श्रीकृष्ण वचन व्रजवासियों के प्रति • व्रजवासी वचन • ऋषि स्तुति • देवकी पुत्र आनयन • वेदस्तुति • नारदस्तुति • सुभद्रा विवाह • जनक श्रुतिदेव और श्रीकृष्ण मिलाफ • भस्मासुर वध • भृगु परीक्षा • अर्जुन को निज रूप दर्शन तथा शंखचूड़ पुत्र आनयनएकादश स्कंध नारायण-अवतार • हंसावतार वर्णनद्वादश स्कंध बुद्ध अवतार वर्णन • कल्कि अवतार वर्णन • राजा परिक्षित हरि-पद-प्राप्ति • जन्मेजय कथापरिशिष्ट 1.परिशिष्ट • 2.परिशिष्ट वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ओ औ अं क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ ट ठ ड ढ ण त थ द ध न प फ ब भ म य र ल व श ष स ह क्ष त्र ज्ञ ऋ ॠ ऑ श्र अः