हरिवंश पुराण विष्णु पर्व (संस्कृत) अध्याय 34 श्लोक 19-22

हरिवंश पुराण विष्णु पर्व (संस्कृत) अध्याय 34 श्लोक 19-22

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यवनाधिपतिश्‍चैव भगदत्तश्‍च वीर्यवान्।
सौवीरराज: शैव्‍यश्‍च पाण्‍ड्यश्‍च बलिनां वर:।।19।।

गान्‍धारराज: सुबलो नग्‍नजिच्‍च महाबल:।
काश्‍मीरराजो गोनर्दो दरदाधिपतिनृप:।
दुर्योधनादयश्‍चैव धार्तराष्‍ट्रा महाबला:।।20।।

एते चान्‍ये च राजानो बलवन्‍तो महारथा:।
तमन्‍वयुर्जरासंधं विद्विषन्‍तो जनार्दनम्।।21।।

ते शूरसेनानाविश्‍य प्रभूतयवसेन्‍धनान्।
ऊषु: संरुध्‍य मथुरां पुरस्‍कृत्‍य बलं तदा।।22।।

इति श्रीमहाभारते खिलभागे हरिवंशे विष्‍णुपर्वणि मथुरोपरोधे चतुस्त्रिंशोऽध्‍याय:।

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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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