हरिवंश पुराण विष्णु पर्व (संस्कृत) अध्याय 76 श्लोक 6-10

हरिवंश पुराण विष्णु पर्व (संस्कृत) अध्याय 76 श्लोक 6-10

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अद्भिर्ददौ नारदाय ततोऽनुज्ञाप्यं केशवम्।
देवी धेनुसहस्रं च कांचनस्यज च पर्वतम्।।6।।

हिरण्येरूप्यमिश्रं च मणिरत्न प्रभस्य च।
तिलमिश्रस्य च तथा धान्यैरन्यैर्युतस्य च।।7।।

प्रतिग्रह्य तु तत् सर्वं नारदो मुनिसत्तम:।
स सम्प्रहृष्टो भुक्वानाथ भूय: केशवमब्रवीत्।।8।।

भो: केशव मदीयस्वभमद्भिर्दत्तोऽसि सत्यया।
स त्वं मामनुगच्छस्व कुरु यदयद् ब्रवीम्यदहम्।।9।।

प्रथम: पक्ष इत्येवमब्रवीन्मवधुसूदन:।
व्रजन्तरमनुवव्राज नारदं च जनार्दन:।।10।।

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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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