हरिवंश पुराण विष्णु पर्व (संस्कृत) अध्याय 37 श्लोक 6-10

हरिवंश पुराण विष्णु पर्व (संस्कृत) अध्याय 37 श्लोक 6-10

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वैलक्ष्यात् पुनरेवासौ राजा राजगृहेश्वर:।
जरासंधो बली श्रीमान्‌ पाकशासनविक्रम:।।6।।

स साधनेन महता बृहद्रथसुतो बली।
कृष्णनस्य वधमन्विच्छन्‌ भूयो वै संन्यवर्तत।।7।।

तं श्रुत्वा सहिता: सर्वे निवृत्तं मगधेश्वैरम्।
यादवा मन्त्रयामासुर्जरासंधभयार्दिता:।।8।।

तत: प्राह महातेजा विकद्रुर्नयकोविद:।
कृष्णं कमलपत्राक्षमुग्रसेनस्य श्रृण्वेत:।।9।।

श्रूयतां तात गोविन्द् कुलस्यास्य समद्भव:।
श्रूयतामभिधास्यामि प्राप्तकालमहं तत:।
युक्तं चेन्म‍न्य से साधो करिष्यसि वचो मम।।10।।

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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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