हरिवंश पुराण विष्णु पर्व (संस्कृत) अध्याय 109 श्लोक 16-20

हरिवंश पुराण विष्णु पर्व (संस्कृत) अध्याय 109 श्लोक 16-20

Prev.png

 

सह्योदयश्च् मलयो मेरुमन्दरदर्दुरा:।
क्रौंचकैलासमैनाका: पान्तु मां धरणीधरा:।।16।।

शेषश्च वासुकिश्चैव विशालाक्षश्च तक्षक:।
एलापत्र: शुक्लवर्ण: कम्ब‍लाश्वतरावुभौ।।17।।
हस्तिभद्र: पिटरक: कर्कोटकधनंजयौ।

तथा पूरणकश्चैव नागश्चन करवीरक:।।18।।
सुमनास्यो दधिमुखस्तथा श्रृंगारपिण्डक:।

मणिनागश्च भगवांस्त्रिषु लोकेषु विश्रुत:।।19।।
नागराडधिकर्णश्चा तथा हारिद्रकोऽपर:।

एते चान्ये च बहवो ये चान्ये नानुकीर्तिता:।।20।।
भूधरा: सत्यधर्माण: पान्तु मां भुजगेश्वरा:।

Next.png

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                                 अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र    अः