हरिवंश पुराण विष्णु पर्व (संस्कृत) अध्याय 100 श्लोक 16-18

हरिवंश पुराण विष्णु पर्व (संस्कृत) अध्याय 100 श्लोक 16-18

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तत: पुरुषसिंहैर्या यदुभि: सर्वतो वृता।
सर्वार्थगुणसम्पेन्ना सा सभा भरतर्षभ।
शुशुभेऽभ्यधिकं शुभ्रा सिंहैर्गिरिगुहा यथा।।16।।

रामेण सह गोविन्द: काञ्चनं महदासनम्।
उग्रसेनं पुरस्कृत्य भोजवृष्णिपुरस्कृत:।।17।।

तत्रोपविष्टांस्तान् वीरान् यथाप्रीति यथावय:।
समाभाष्य यदुश्रेष्ठानुवाच पुरुषोत्तम:।।18।।
 
इति श्रीमहाभारते खिलभागे हरिवंशे विष्णुुपर्वणि सभाप्रवेशनं नाम शततमोऽध्याय:।

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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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