मुंजपृष्ठ का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाकाव्य महाभारत में हुआ है। यह हिमालय पर्वत का एक शृंग था।
- महाभारत शान्ति पर्व[1] वह स्थान सुवर्णमय पर्वत सुमेरु के समीपवर्ती हिमालय के शिखर पर हैं, जहाँ मुंजावट में परशुराम जी ने अपनी जटाएं बांधने का आदेश दिया था। तभी से कठोर व्रत का पालन करने वाले ऋषियों ने उस रुद्रसेवित प्रदेश को मुंजपृष्ठ नाम दे दिया।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 87 |
- ↑ महाभारत शान्ति पर्व अध्याय 122 श्लोक 1-20
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