मुजरिस एक ऐतिहासिक स्थान है, जो केरल में पेरियार नदी के तट पर कोचीन के समीप बसा है। इसका प्राचीन नाम "तिरुवेंचीकुलम" था। इसे "मरिचीपत्तन" या "मुरचीपत्तन" भी कहा गया है, जिसका अर्थ है- 'काली मिर्च का बन्दरगाह'।
- महाभारत में इसका नाम सहदेव की दिग्विजय यात्रा के संदर्भ में 'सुरभिपत्तनम्' के रूप में आता है। महाभारत के अन्य संस्करण में इसे 'मुरिचीपत्तन' भी लिखा है।
- ईसा पूर्व की कई सदियों तक यह स्थान एक महत्त्वपूर्ण व्यापारिक केन्द्र के रूप में प्रसिद्ध था।