अस्ताचल का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ ब्रह्म वैवर्त पुराण में हुआ है। ब्रह्म वैवर्त पुराण के अनुसार यह आठ प्रधान पर्वतों में से एक था।[1] पश्चिम दिशा में स्थित वह कल्पित पर्वत, जिसके पीछे सूर्यास्त का होना माना गया है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
|