गृध्रवट हिन्दू पौराणिक ग्रंथों के अनुसार एक तीर्थ स्थल का नाम था, जहाँ महादेव जी का आश्रम भी स्थित था।
- यहाँ यात्रा करने से ब्राह्मण को बारह वर्षो तक व्रत के पालन करने का फल प्राप्त होता है।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 44 |