सर्वदेवतीर्थ

सर्वदेवतीर्थ का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। महाभारत वन पर्व के अनुसार यह कुरुक्षेत्र की सीमा के अन्तर्गत एक तीर्थ का नाम था, जिसमें स्नान करने से मनुष्य को हजार गोदान करने का पुण्य प्राप्त होता है।[1]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 514 |

  1. महाभारत वन पर्व 83.88

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