कपिष्ठल एक प्राचीन तीर्थ स्थान का नाम है, जिसका अभिज्ञान वर्तमान कैथल से किया जाता है, जो करनाल ज़िला, हरियाणा में है। किंवदंती से इस स्थान का संबंध हनुमान से जोड़ा गया है।
- पाणिनि[1] में कपिष्ठल का उल्लेख है।
- महाभारत में वन पर्व के अंतर्गत उल्लिखित तीर्थों में कपिष्ठल की गणना की गई है।
- महाभारत उद्योगपर्व[2] के एक पाठ के अनुसार कपिस्थल (कपिष्ठल) उन पांचों ग्रामों में था, जिन्हें पांडवों ने कौरवों से युद्ध रोकने का प्रस्ताव करते हुए मांगा था-
'कपिस्थलं वृकस्थलं माकन्दीं वारणावतम्, अवसानं भवत्यत्र किंचिदेकं च पंचमम्'।
- अन्य पाठ में कपिलस्थल के स्थान पर अविस्थल है, जिसका अभिज्ञान अनिश्चित है।
- अलबेरूनी ने कपिस्थल को 'कवितल' लिखा है।[3] एरियन ने इसे 'कंबिस्थलोई' कहा है।