भोगवती | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- भोगवती (बहुविकल्पी) |
भोगवती का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। महाभारत वनपर्व के अनुसार यह एक प्राचीन तीर्थ स्थान का नाम है। यह प्रयाग में वासुकि नाग का तीर्थ है, जो गंगा में है, जिसमें स्नान करने से अश्वमेध यज्ञ का फल प्राप्त होता है।[1][2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत वनपर्व 85.86
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 384 |