धेनुतीर्थ का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत के वन पर्व[1] में हुआ है। यह एक विख्यात तीर्थ का नाम था, जहाँ तिलधेनु का दान करने से सब पापों से छुटकारा हो जाता है तथा सोमलोक की प्राप्ति होती है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 254 |
- ↑ वन पर्व महाभारत 84.87