मृत्यु का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। महाभारत आदि पर्व के अनुसार ये अधर्म के पुत्र का नाम था।
- यह संहारकर्ता देवता थे।
- अधर्म की पत्नी निर्ऋति, जिससे नैर्ऋत नाम वाले तीन भयंकर राक्षस पुत्र उत्पन्न हुए, जो सदा पापकर्म में ही लगे रहने वाले थे। उनके नाम इस प्रकार थे- भय, महाभय और मृत्यु।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 88 |