क्या ओढ़े गैया, क्या ओढ़े ग्वाल।
क्या ओढ़े म्हारो मदन गोपाल।।
झूल ओढ़े गैया, लम्बी टोपी ग्वाल।
कारी कामर ओढ़े म्हारो मदन गोपाल।। 5 ।।
कैसी कैसी गैया, कैसे कैसे ग्वाल।
कैसो है रंगीलो म्हारो मदन गोपाल।।
धोरी धुमरी गैया, नटखट ग्वाल।
अटपटियो म्हारो मदन गोपाल।। 6 ।।
क्या सुने गैया, क्या सुने ग्वाल।
क्या क्या सुने मेरो मदन गोपाल।
बंशी सुने गैया, मुरली सुने ग्वाल।
दीनों की टेर सुन मदन गोपाल।। 7 ।।