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थाँरी बाताँ लागे म्हाने मीठी म्हारा साँवरा।
मीठी लागे मीठी लागे मीठी म्हारा साँवरा।। टेर ।।
थे छो साँवरिया म्हारा, माथेरा सेहरा,
मै तो थारे हात री अगूँठी म्हारा साँवरा।। 1 ।।
थे तो साँवरिया प्यारा, मथुरा विराजो,
कबहुँ ना देवो म्हांने चीठी म्हारा साँवरा।। 2 ।।
सँकड़ी गली में म्हारा मोहन मिलिया,
किस विधि फिरूँ मैं अपूठी म्हारा साँवरा।। 3 ।।
मीराँ के प्रभु गिरधर नागर,
चढ़गयो चोल मँजीठी म्हारा।। 4 ।।