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मैया थाँरो मोहन म्हारे, नित घर आवे हे, धूम मचावे हे।। टेर ।।
ग्वाल बाल रा टोला नें नित, झालो देय बुलावे हे
धनसुख मनसुख सँग श्रीदामू, दौड़या आवे हे।। धूम.।। 1 ।।
ग्वाल बाल घोड़ा बण ज्यावे, मनमोहन चढ़ ज्यावे हे
छींके ऊपरली मटकी रो, दहि ढुलकावे हे।। धूम.।। 2 ।।
म्हरा छोटा टाबर नें सुताने आय जगावे हे
अँखिया फाड़ डरावे वानें, तब चिरलावे हे।। धूम.।। 3 ।।
छोड़ गवू रे बाछड़ियाँ ने सगलो दूध पियावे
पूँछ मरोड़ भगावे वाँने, खुद भगज्यावे हे।। धूम.।। 4 ।।
कौतुक गारो पूत तिहारो, म्हानें भोत अधावे।
बाहर जातो पोली रो कूंटो जड़ ज्यावे हे।। धूम.।। 5 ।।
लाड लडाय बिगाड़यो री मैया, तूं तो नहिं धमकावे हे
अब तो सुधरे नांय सुधार्यो, अंगुठा दिखावे हे।। धूम.।। 6 ।।