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तेरी लाली का अचल सुहाग रहे,
श्याम सुन्दर में नित अनुराग रहे।। टेर ।।
भानुपुर के जीवों का बड़ भाग्य रहे,
ब्रजबासी जीवों का बड़ भाग्य रहे।
संसारी जीवों का बड़ भाग्य रहे,
नन्द भानु के सिर पर पाग रहे।। 1 ।।
तेरी लाली के पीरे पीरे हाथ रहे,
बन्शी वारे का नित प्रति साथ रहे।। 2 ।।
तेरी लाली के हातन में लाली रहे,
नैन कमलों में नित वनमाली रहे।। 3 ।।
तेरी लाली के बिंदिया भाल रहे,
नैन कमलों में नित नन्दलाल रहे।। 4 ।।
तेरी लाली जगत् प्रतिपाली रहे,
त्रिभुवन भीतर उजियाली रहे।। 5 ।।