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बाजी रे लला की पेंजनियाँ,
छमू छमू छूम छमू छननन छननन।। टेर ।।
यशुमति ललन को चलन सिखावति,
अँगुरी पकड़ दोऊ जनियाँ।। 1 ।।
पीत झँगुलिया तन पहिरावे, टोपी लगावे लटकनियाँ।। 2 ।।
नन्द बाबा सों बाबा कहत है, तीन लोक के धनियाँ।। 3 ।।
शिव ब्रह्मा याको पार न पावे, ताहि नचावे ग्वालिनियाँ।। 4 ।।