हंसकायन | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- हंसकायन (बहुविकल्पी) |
हंसकायन का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत के सभा पर्व[1] में हुआ है। ये क्षत्रियों की एक जाति का नाम था। इस जाति के श्रेष्ठ क्षत्रिय युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ में भेंट लेकर उपस्थित हुए थे।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 545 |
- ↑ महाभारत सभा पर्व 52.14