नित्य के उल्लेख ब्रह्म वैवर्त पुराण में हुआ है। ब्रह्म वैवर्त पुराण के उल्लेखानुसार यह चार प्रलयों में से एक था। जिसे सावित्री ने उत्पन्न कर अपना स्तन पान कराया था।[1]
नित्य के उल्लेख ब्रह्म वैवर्त पुराण में हुआ है। ब्रह्म वैवर्त पुराण के उल्लेखानुसार यह चार प्रलयों में से एक था। जिसे सावित्री ने उत्पन्न कर अपना स्तन पान कराया था।[1]