कानीन का उल्लेख हिन्दू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। महाभारत के अनुसार विवाह होने के पूर्व कुमारी अवस्था में उत्पन्न हुये पुत्र को कानीन कहा गया है।
- महाभारत आदि पर्व के अनुसार कुंतीसुत कर्ण और वेदव्यास को "कानीन" कहते हैं। कर्ण कुंती के गर्भ से उत्पन्न सूर्य का पुत्र था और मत्स्यगंधा के गर्भ से उत्पन्न पराशर ऋषि के पुत्र श्री वेदव्यास थे।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 98 |