उपश्रेणियाँ इस श्रेणी में केवल निम्नलिखित उपश्रेणी है म ► मीरा माधव (176 पृ) "मीरां" श्रेणी में पृष्ठ इस श्रेणी में निम्नलिखित 200 पृष्ठ हैं, कुल पृष्ठ 462 (पिछले 200) (अगले 200)अ अच्छे मीठे चाख चाख -मीराँबाई अच्छे मीठे फल चाख चाख -मीरां अपणा गिरधर कै कारणै -मीराँबाई अपणे करम को वो छै दोस -मीराँबाई अब कोऊ कछु कहो दिल लागा रै -मीराँबाई अब तो मेरा राम नाम -मीराँबाई अब नहिं जाने दूँ गिरधारी -मीराँबाई अब नहिं बिसरूं म्हांरे हिरदे लिख्यो हरि नाम -मीराँबाई अब नहिं मानांला म्हे थारी -मीराँबाई अब नाँ रहूँगी श्याम अटकी -मीराँबाई अब मैं सरण तिहारी जी -मीराँबाई अबतो निभायां सरेगी -मीराँबाई असा पिया जाण न दीजै हो -मीराँबाईआ आज अनारी ले गयो सारी -मीराँबाई आज म्हांरो साधु जननो संगरे -मीराँबाई आज्यो आज्यो गोविन्दा म्हारै म्हैल -मीराँबाई आली म्हांने लागे बृन्दाबन नीको -मीराँबाई आली री मेरे नयनन बान पड़ी -मीराँबाई आली रे मेरे नैणां बाण पड़ी -मीराँबाई आली सांवरो की दृष्टि -मीराँबाई आवत मोरी गलियन में गिरधारी -मीराँबाई आवो आवो जी रँगभीना म्हारै म्हैल -मीराँबाई आवो मन मोहना जी जोऊँ थाँरी वाट -मीराँबाई आवो मनमोहना जी मीठा थाँरो बोल -मीराँबाई आवो सहेल्या रली करां हे -मीराँबाईइ इण सरवरियाँ री पाल -मीराँबाई इन सरवरिया री पाल -मीराँबाईऊ ऊदाबाई थांने बरजबरज मैं हारी -मीराँबाईए एक विरियाँ मुख बोलो रे -मीराँबाई एरी मैं खड़ी निहारूँ बाट -मीराँबाईऐ ऐसी लगन लगाइ कहां तूं जासी -मीराँबाई ऐसै जन जानन दीजै हो -मीराँबाईओ ओढूँ लज्या चीर -मीराँबाई ओळूँ थारी आवै हो महाराजा अबिनासी -मीराँबाईक कछु लेना न देना मगन रहना -मीराँबाई कबहूँ मिलेगो मोहि आई -मीराँबाई कमल दल लोचना -मीराँबाई करणां सुणि स्याम मेरी -मीराँबाई करना फकीरी क्या दिलगीरी -मीराँबाई करम गति टारे नहिं टरे -मीराँबाई कर्म की गत न्यारी -मीराँबाई कवन गुमान भरी -मीराँबाई कहाँ बसियो कान्हा रातरली -मीराँबाई कहो ने जोशी राम मिलण कब होसी -मीराँबाई कान्हा बनसरी बजाय गिरधारी -मीरां कारे कारे सबसे बुरे ओधव प्यारे -मीरां कालोकी रेन बिहारी -मीरां किन्ने देखा कन्हया प्यारा की मुरलीवाला -मीरां किण संग खेलूं होली -मीराँबाई कुण बाँचे पाती -मीराँबाई कुण बाँचै पाती -मीराँबाई कोई कछू कहे मन लागा -मीराँबाई कोई कहियौ रे प्रभु आवन की -मीराँबाई कोई कहियौरे प्रभु आवन की -मीराँबाई कोई दिन याद करोगे -मीराँबाई कोई दिन याद करोगे रमता राम अतीत -मीराँबाई कोई स्याम मनोहर ल्योरी -मीराँबाई क्यूँ कर म्हे दिन काटाँ -मीराँबाईग गली तो चारो बंद हुईं -मीराँबाई गली तो चारों बन्द हुई -मीराँबाई गिरधर म्हारा साँचा पति छै -मीराँबाई गोकुला के बासी भले ही आए -मीराँबाई गोपाल रंग राची -मीराँबाई गोबिंद कबहुँ मिलै पिया मेरा -मीराँबाई गोबिन्द कबहुं मिलै पिया मेरा -मीरां गोबिन्द का गुण गास्याँ -मीराँबाई गोविन्द सूँ प्रीत करी -मीराँबाई ग आगे. गोहनें गुपाल फिरूँ -मीराँबाईघ घड़ी एक नहिं आवड़े -मीराँबाई घडी़ एक नहिं आवड़े -मीराँबाई घर आंगण न सुहावै, पिया बिन मोहि न भावै -मीरां घर आवो जी सजन मिठ बोला -मीरांच चरन रज महिमा मैं जानी -मीरां चलाँ वाही देस प्रीतम पावाँ -मीराँबाई चाकर राखो जी -मीरां चालां वाही देस प्रीतम -मीराँबाई चालो अगम के देस -मीराँबाई चालो मन गंगा जमना तीर -मीराँबाई चालो मन गंगा जमुना तीर -मीराँबाईछ छांडो लँगर मोरी बहियाँ गहोना -मीराँबाईज जग में जीवणा थोड़ा -मीराँबाई जब के तुम विछुरे प्रभु मोरे कबहु न पायो चैन -मीराँबाई जब से मोहिं नंदनंदन -मीराँबाई जहर दियो म्हे जाणी -मीराँबाई जागो बंसीवारे ललना -मीराँबाई जागो म्हांरा जगपति राइक -मीराँबाई जाबा दे री जाबा दे -मीराँबाई जाबादे जाबादे जोगी किसका मीत -मीराँबाई जावो निरमोहिया जाणो तेरी प्रीत -मीराँबाई जो तुम तोड़ो पिया मैं नहिं तोड़ूँ -मीराँबाई जोगिया जी आवो ने या देस -मीराँबाई जोगिया जी छाइ परदेस -मीराँबाई जोगिया ने कहज्यो जी आदेस -मीराँबाई जोगिया मैं कहज्यो जी आदेस -मीराँबाई जोगिया से प्रीत कियां दुख होइ -मीराँबाई जोगिया सों प्रीत कियाँ दुख होय -मीराँबाई जोगियाजी निसिदिन जोऊं बाट -मीराँबाई जोगियारी प्रोतड़ी है दुखड़ा रो मूल -मीराँबाई जोगियारी सूरत मन में बसी -मीराँबाई जोगियो आँणि मिल्यो अनुरागी -मीराँबाई जोगी आ जा आ जा -मीराँबाई जोगी मत जा मत जा मत जा -मीराँबाई जोगी म्हाँने, दरस दियाँ सुख होइ -मीराँबाई जोसीड़ा ने लाख बधाई रे -मीराँबाईझ झुक आई बदरिया सावन की -मीराँबाईड डारि गयो मनमोहन पासी -मीराँबाईत तनक हरि चितवौ जी मोरी ओर -मीराँबाई तनक हरि चितवौजी मोरी ओर -मीराँबाई तुम आज्यो जी रामा -मीराँबाई तुम बिन स्याम सुने कौ मेरी -मीराँबाई तुम सुणौ दयाल म्हाँरी अरजी -मीराँबाई तुमरे कारण सब सुख छाडया -मीराँबाई तूँ नागर नंदकुमार -मीराँबाई तेरा कोई नहिं रोकणहार -मीराँबाई तेरो कोई नहिं रोकणहार -मीराँबाई तेरो मरम नहिं पायौ रे जोगी -मीराँबाई तेरो मरम नाहिं पायो -मीराँबाई तै दरद नहिं जान्यूँ -मीराँबाई तैं मेरी गैंद चुराई -मीराँबाई तोरी सावरी सुरत नंदलालाजी -मीरां तोसों लाग्यो नेह रे प्यारे, नागर नंद कुमार -मीरांथ थाँने काँई काँई कह समझाऊँ -मीराँबाई थांने कांई कांई कह समझाऊं -मीराँबाई थारो विरुद्ध घेटे कैसी भाईरे -मीरां थे तो पलक उघाड़ो दीनानाथ -मीराँबाई थे तो पलक उघाड़ो दीनानाथ -मीरांद दरद जाने कोय हेली -मीरां दरस बिन दूखण लागे नैण -मीराँबाई दरस बिन दूखन लागे नैन -मीराँबाई दरस बिनु दूखण लागे नैन -मीरां दूसरो न कोई -मीरां देखत राम हँसे सुदामा कूँ -मीराँबाई देखो सहियां हरि मन काठो कियो -मीराँबाईध धूतारा जोगी एकर सूं हंसि बोल -मीराँबाई ध आगे. धूतारा जोगी एका सूँ हँसि बोल -मीराँबाईन नंद नंदन बिलमाई -मीराँबाई नहि भावै थांरो देसलड़ो रंगरूड़ो -मीराँबाई नहिं ऐसा जनम बार बार -मीराँबाई नहिं ऐसा जन्म बारम्बार -मीराँबाई नहिं ऐसो जनम बारम्बार -मीराँबाई नहीं जाऊँ सासरै माई -मीराँबाई नातो नाम को मोसूं तनक न तोड़यो जाइ -मीराँबाई निपट बंकट छबि अटके -मीराँबाई नींदलड़ी नहिं आवै सारी रात -मीराँबाई नैणा लोभी रे बहुरि सके नहिं आइ -मीराँबाई नैनन बनज बसाउरी -मीराँबाई नैनन बनज बसाऊँ री -मीराँबाईप पग घुँघुरू बाँध मीरा नाची, रे -मीराँबाई पग घुंघरू बांध मीरा नाची रे -मीराँबाई पतियां मैं कैसे लिखूं -मीराँबाई पपइया रे पिव की बाणि न बोल -मीराँबाई पपइया रे, पिव की वाणि न बोल -मीरां पपीया रे पीव की बानी न बोलि -मीराँबाई परम सनेही राम की निति ओलूंरी आवै -मीराँबाई पानी में मीन प्यासी -मीराँबाई पायो जी मैं तो राम रतन धन पायो -मीराँबाई पायो म्हारो ईडूँणी को चोर -मीराँबाई पिय बिनि सूनौ छै म्हाँरो देस -मीराँबाई पिया अब घर आज्यो मेरे -मीराँबाई पिया इतनी बिनती सुन सुन मोरी -मीराँबाई पिया तेरे नाम लुभाणी हो -मीराँबाई पिया बिन सूनूँ सारो देस -मीराँबाई पिया मोहि दरसण दीजै हो -मीराँबाई पिया मोहिं दरसण दीजै हो -मीराँबाई पियाजी म्हांरे नैणां आगे रहज्यो जी -मीराँबाई पिरथिवी मायाजाल मैं पड़ी -मीराँबाई पीया बिनि रहौइ न जाइ -मीराँबाई प्रभु जी थे कहां गया नेहड़ी लगाय -मीराँबाई प्रभू बिनि ना सरै माई -मीराँबाई प्रेमनी प्रेमनी प्रेमनी रे -मीराँबाई प्यारे दरसण दीज्यो आय -मीराँबाईफ फागुन के दिन चार रे -मीराँबाई फागुन के दिन चार रे, होरी खेल मना रे -मीराँबाईब बंदे बंदगि मत भूल -मीराँबाई बड़े घर ताली लागी रे -मीराँबाई बड़े घर ताली लागी रे, म्हारा मण री उणारथ भागी रे -मीराँबाई बदला रे तू जल भरि ले आयो -मीराँबाई बन्सी तूं कवन गुमान भरी -मीरां बरजी मै काहू की नाहिं रहूं -मीराँबाई बरजी मैं काहू की नारि रहूँ -मीराँबाई बरजी मैं काहूकी नाहिं रहूं -मीरां बरसे बदरिया सावन की -मीराँबाई बसो मेरे नैनन में नँदलाल -मीराँबाई बसो मोरे नैनन में नंदलाल -मीराँबाई बाटड़ली निहारुँ जी मैं हारी ठाडी ठाडी -मीराँबाई बादल देख डरी हो -मीराँबाई बादली देख डरी हो स्याम मैं -मीराँबाई बाल्हा मैं बैरागिण हूँगी हो -मीराँबाई बाल्हा मैं वैरागिण हूँगी हो -मीराँबाई बैद को सारो नाँहि रे माई -मीराँबाईभ भई हों बावरी सुनके बांसुरी -मीराँबाई भज मन चरण कमल अबिनासी -मीराँबाई भज मन चरन कँवल अबिनासी -मीराँबाई भर मारी रे बानां मेरे सतगुरु -मीराँबाई भरमायो म्हारो मारूड़ो -मीराँबाई भवन पति तुम घरि आज्यो हो -मीराँबाई भींजे म्हाँरो दाँवन चीर -मीराँबाई भोलानाथ दिगम्बर ये दुख मेरो हरो रे -मीराँबाईम मत डारो पिचकारी मैं सगरी भीज गई सारी -मीराँबाई मतवारो बादर आए रे -मीराँबाई (पिछले 200) (अगले 200)