मीराँबाई की पदावली
विरह निवेदन
जोगिया जी आवो ने या देस ।।टेक।। |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ आवो ने = आवो ना। या = इस। नैणज = जिससे नेत्रों द्वारा। ध्याई = ध्यान करके। आदेस = निवेदन। जल = जल से। रावल = मेरे राजा वा प्रियतम को। कुण = किसने। बिलमाई = लुभा कर रोक रक्खा। कोई भौ = एक युग का ही ल्रबा समय। ऐ = ये। अहला = व्यर्थ ( देखो - ‘साल्ह, कुंवर, जोगी कहइ, अहलउ केम मरन’ - ढोला मारूरा दूहा )। जाय = जाते हैं, बीत रहे हैं। बेरी = बार। देह फेरी = चक्कर लगा जा।
संबंधित लेख
क्रम संख्या | पाठ का नाम | पृष्ठ संख्या |
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज