मीराँबाई की पदावली
अनुनय राग बिलावल
पियाजी म्हाँरे नैणाँ आगे रहज्यो जी ।।टेक।। |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ नैणाँ = नयनों वा आँखों के आगे = सामने। रह ज्यो = रहना, रहो। म्हाँने = हमको, मुझे। सुध = खबर। बिछुड़न = विछोह, वियोग।
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