मीराँबाई की पदावली
राग प्रभाती
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ललना = लाल। मथत = मथते समय। सुनियत है = सुनाई देते हैं। झनकारे = झनकारे, ध्वनि। उचारे = उच्चारण करते हुए। तरण आयाँ कूँ = तरने के लिए आये हुए भक्तों को। तारे तारते हैं।
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