मीराँबाई की पदावली
विरहयातना
शब्द
पीया बिनि रह्यौइ न जाइ ।। टेक ।। |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पीया = प्रियतम श्रीकृष्ण। मेरो = अपना। वारूँ = न्योछावर करती हूँ। बलजाइ = बलिहारी जाती हूँ। जोऊँ = देखती हूँ, प्रतीक्षा में रहती हूँ। कंठ लगाइ = स्वीकार कर लो, अपना लो।
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