मीरा माधव
गोविन्द सूँ प्रीत करी, तब ही क्यों न हटकी। (टेर) |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हटकी = मना किया. सुरत = ध्यान, लगन. पटकी = छोड़ दी. भोत = बहुत. हसती = हाथी, घट की = हृदय की
संबंधित लेख
क्रमांक | पद | राग / ताल |
गोविन्द सूँ प्रीत करी, तब ही क्यों न हटकी। (टेर) |
क्रमांक | पद | राग / ताल |