मीराँबाई की पदावली
विरह निवेदन राग पीलू
करणाँ सुणि स्याम मेरी । |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ करणाँ = करुण प्रार्थना। सुणि = सुनो। जोगण = जोगिन, संन्यासिनी। नग्र = नगर। म्रिगछाला = मृगछाला। योतन.. करूँरी = इस शरीर पर भस्म रमाऊँगी। टेरी टेरी = पुकार पुकार कर। भेरी = पहुँचाने वाले। रूम रूम = रोम रोम, सर्वांग। साता = शांति। फेराफेरी = आवागमन।
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