पैदल सैनिक किसी युद्ध में लड़ने वाले उन सैनिकों को कहा जाता है, जो किसी भी प्रकार के वाहन पर सवार नहीं होते। पैदल सैनिक रथ, हाथी तथा घोड़े आदि पर सवार होकर युद्ध नहीं करते। वे शत्रु सैनिकों से भूमि पर ही युद्ध करते हैं।
- महाभारत उद्योगपर्व में उल्लेख मिलता है कि महाभारत के युद्ध में एक-एक रथ के पीछे दस-दस हाथी, एक-एक हाथी के पीछे दस-दस घोड़े और एक-एक घोड़े के पीछे दस-दस पैदल सैनिक सब ओर पादरक्षक नियुक्त किये गये थे।
- एक-एक रथ के पीछे पचास-पचास हाथी, एक-एक हाथी के पीछे सौ-सौ घोड़े और एक-एक घोड़े के साथ सात-सात पैदल सैनिक इस उद्देशय से संगठित किये गये थे कि वे समूह से बिछुड़ी हुई दो सैनिक टुकड़ियों को परस्पर मिला दें।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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