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- ताते हैते कुंकुम से धनी जबे आइला।
- विरहान्ते पाइला कान्ते प्रफुल्लत्व हैला।।
- वेणुगान अनुपम विधि सृष्टि करे।
- गान-गति मोहे मति प्रथम सृष्टिरे।।
- कहितेइ विमर्शइ कैछे हेनो हये।
- पुनः कहे आन नहे एइ सत्यमये।।
- ब्रह्मराशि हैला हाँसि ब्रह्मा मोहिबारे।
- चतुर्भुज ब्रह्मपुञ्जे जाते स्तव करे।।
- विधातार विधिसार कि आश्चर्य हये।
- तेइ तति मोर नति गोविन्देर पाये।।
- अतः पर हर्षभर पुनः भरे मने।
- रासकेलि घटामेलि आइसे निजस्थाने।।
- वेणुगान सह तान् देखिबार तरे।
- पूर्वे जाहा वाञ्छे ताहा काछे आसि पुरे।।
- देखे श्याम सुखधाम आइसे एइ रीते।
- लीलाशुक पाइया सुख लागिला कहिते।।77।।
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