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- “सुसर बाँशिर नाद शुनिआँ बड़ायि
- रान्धिलो जे शुनहो हानिनी।”
- आम्बल व्यञ्जने वेशोआर दिलो
- साके दिलो सानासोआँ पाणी।।
- रान्धनेर जुती हाराइलो बाड़ायि
- सुनिआँ बाँशीर नादे।
- नान्देर नन्दन कान्ह आड़ बांशी बात्र
- जेनो रत्र पञ्जरेर शुआ।
- ता सुनिआँ घृते मो परला बुलिआँ
- भाजिले ए काँचा गुआ।।
- सेइ त बाँशीर नाद सुनिआँ बड़ायि
- चित्त मोर भैलो आकुल।
- छोलंग चिपिआँ निमझोले खेपिलुँ
- बिनि जले चड़ाइलो चाउल।।
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